Thursday, September 28, 2017

संस्कृत best लैंग्वेज फॉर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग

नमस्कार दोस्तों कैसे है आप आज में मेरे blog पहला E -learning का पोस्ट लिख रहा हूँ | आज में बताऊंगा की क्या संस्कृत best प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए या नहीं आज में फुल एक्सप्लेन करूगा इस topic पर तो दोस्तों जानते है संस्कृत लैंग्वेज बेस्ट है कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए हम सुनते हुये आये की संस्कृत लैंग्वेज suitable लैंग्वेज  है artifical इंटेलिएगेंस या कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए machine टोनिंग ये सब चीजें के लिए तो है कथन में कितनी सच्चाई है तो क्यों है तो पूछिए ये दोस्तों आपको पता होना चाहिए तो अगर नहीं है तो क्यों नहीं है इसके पीछे क्या हुआ था | तो इस के लिए आपको कुछ बता दूँ की आपने संस्कृत तो पड़ी ही होगी | 6 ,7 ,8, क्लास में जो तीनो क्लास में  है ये तीनो क्लास में संस्कृत कंपल्सरी होती है जो question पेपर आता था उस समय बड़ी मुश्किल से हल  कर पाते थे वह पर diagram देखकर सेंटेंस लिखना होता था फिर  बाद में सेलेक्ट करने के लिए हो गया की आप 9 क्लास में सेलेक्ट कर सकते हो इंग्लिश ,हिंदी और भी सब्जेक्ट है |
                                   अब संस्कृत एक भाषा है | यह बहुत प्राचीन भाषा है आपको पता है भारत सभाविता सबसे पुराणी सभाविता है और इसके सारे literacture है जितने ने भी हज़ारों साल पुराने है पूरे विश्व में सबसे पुरानी साभिवता हमारी सभिवता है | और काफी पुराणी कही साल पहले की और जो हमारी  लैंग्वेज वो जो हजारो  साल पुराणी है जो उसमे लिटरेचर मिलते है और ज्ञान वेद है जितने भी वेद दौरान संस्कृत में मिलते है ये  लैंग्वेज संस्कृत ही है |
                                    संस्कृत बहुत सारी  लैंग्वेज की जननी है | मतलब बहुत सारे भाषा के जो word है अगर आप गूगल पर सर्च करोगे तो मिल जायेगा जो की संस्कृत से  लिये गए है | तो संस्कृत इन सबकी लैंग्वेज की mother है | तो इसलिए हम इस नेचुरल लैंग्वज कह सकते है |
                                   अब जो ये सारा कथन है संस्कृत लैंग्वेज बेस्ट  कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए कहा से शुरू हुई | इसके लिए मुझे आपको ले  जाना पड़ेगा 1985 NASA उसमे एक scientist रिक briggs जिसने जब आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की जब initial stage था जब की हम कंप्यूटर से बात कर पाना  ये उस समय ये बात में कल्पना जैसा लगता था |पर सच्ची नहीं लगती थी | लेकिन आज तो ये काफी सच्ची हो गयी है | उसका आप सीधा साधा उदाहरण ले सकते हो कोताना ,fb का AI अभी तो जो शटडाउन कर दिया उन्होने उस ज़माने में कितना develop नहीं हुआ था तो वह पर चैलेंज ये था की हम किसी कंप्यूटर को अपनी नेचुरल लैंग्वेज साझा पाए मतलब हम कंप्यूटर से interact कर पाए अपनी natural लैंग्वेज में जिसमे हम बोलते है | क्युकी उस समय कंप्यूटर से इंटरैक्ट करने के लिए एक तरीका हुआ करता था वो होता था कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग लैंग्वेज c ,c ++,java या फिर और कोई भी कम्प्यूटरकी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज या लिस्ट जो नहीं पता लोगो को जो आर्टिफीसियल इंटेलिएगेंस में use होती है उसका इस्तेमाल करना तो नार्मल इसान ये तो नहीं लिख सकता है hello computer. htnl ,hello computer .python script और array ऐसे तो बात ही नहीं कर सकता इंसान वो ऐसे ही करेगा ना hello computer how are यू?
तो ऐसे करेगा तो ये चैलेंज था | कंप्यूटर के साथ इंटरैक्ट करने के लिए coding ही  इंसान की जबान में लैंग्वेज इस्तेमाल किया जा सके | और जिसे  की आप जानते हो ज्यादातर लैंग्वेज की जननी संस्कृत है | बहुत सारी लैंग्वेज की और संस्कृत सबसे पुरानी लैंग्वेज है जो श्रषि  पाणिनि जी थे उन्होंने क्या किया कि जो संस्कृत की grammar है उसे  develop किया जो उन्होंने काफी लिखी भी जो information हमे मिलती है पुराने literature में इसकी जो grammar बहुत ही systematic mathematic way में बना गयी  है जो natural लैंग्वेज उसे कंप्यूटर को समझने में आसानी हो लेकिन एक बात और सामने आती है | जो नेचुरल लैंग्वेज है वो आर्टिफीसियल intelligents में आर्टिफीसियल लैंग्वेज में भी  कर सकती है | जो की आपकी मॉडर्न लैंग्वेज है जैसे इंग्लिश इसलिए उसको belief हुआ की संस्कृत best लैंग्वेज हो सकती है कंप्यूटर को प्रोग्राम करने के लिए अगर ऐसा था तो आज लोग c ,c ++,java ना सीखकर संस्कृत क्यों नहीं सीखते जरा सुचिये फिर ये एक परेशानी आयी इसलिए नहीं हो पाया क्योकि जो संस्कृत से throught शेयर करना और coding करना impossible था | लेकिन इम्पॉसिबल तो नहीं बोलेगे क्यों  की impossible दुनिया में कुछ नहीं होता पर मुश्किल था | पर कंप्यूटर को ट्रेड करने में संस्कृत लैंग्वेज में पहले होता था |
                                                             दोस्तों आप कभी भी कोई चीज सीखते हो तो प्रॉयमरी रिसोर्स से ना की सेकेंडरी रिसोर्स में आपको एक उदाहरण देता हूँ मान के चलो की ताज महल का color रातोंरात में हरा हो गया | या फिर ताजमहल में कोई एक्सीडेंट हो गया या कोई दुर्घटना हो गयी हो या फिर किसी जगह कोई बह दुर्घटना हो गयी एक दोस्त दूसरे दोस्त को बताएगा फ़ोन करके की तुझे पता है ताजमहल में है ना दुर्घटना हो गयी की तीन ईट गिर गयी | तो वो दोस्तों वो आपने दोस्त दूसरे दोस्त को बोलेगा की तुझे पता है की ताजमहलमे पांच ीत गिर गयी | जो पहलती हुई चीजे आती है उन्होंने सच्ची नहीं होती फिर कही न कही mixed हो हो जाती है |
                          लेकिन अगर कोई इंसान तबदीस करना चाहे तो डायरेक्ट जाकर देखे प्राइमरी क्या हुआ है | तो आपको सच्चाई मिलेगी | अगर हम सब लैंग्वेज का इस्तेमाल करे तो जो बहुत सारी पीढ़ी दर पीढ़ी लैंग्वेज change होती हुई आयी है तो आज हमे ऐसी बेस्ट लैंग्वेज नहीं मिल पायेगी जिसकी grammar logic हो तो हम इसलिए ऐसी लैंग्वेज न करे जो सबसे पहले बनी है जो सबसे पुराणी जिसमे सबसे ज्यादा लॉजिक है | no doubt संस्कृत लैंग्वेज बहुत great है इसमें ऐसे नॉलेज की खजाने छुपे है जो आज की टेक्नोलॉजी कभी imagine भी नही कर सकती | इतनी नॉलेज है हमारे जितने भी वेद है उसमे तो ये पूरा केस था | इसलिए इस्तेमाल नहीं हुई क्योकि वो डाटा transmission के लिए अच्छी नहीं थी वो कंप्यूटर को ट्रेड के लिए अच्छी थी | उस समय  पर अब नहीं है अब तोह english में भी ट्रेड किया जा रह है | इस बात में सच्चाई नहीं है कि कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए वो तो कंप्यूटर ट्रेड करने के लिए थे 1985 में अब नहीं है इसका मतलब ये नहीं संस्कृत में कुछ नहीं है संस्कृत में ज्ञान का खजाना छुपा है thankyou अगर मेरा पोस्ट अच्छा लगा तो प्लीज like ,comment और  share|

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