हाय दोस्तों आज में इस पोस्ट आपको बताऊंगा कि एंड्राइड Vs iPhone में में से सबसे ज्यादा कौन secure है | तो चलिये जानते है iphone एंड्राइड से ज्यादा सिक्योर क्यों है ?ये ज्यादातर लोग जानते है iPhone थोड़ा-सा ज्यादा सिक्योर है एंड्राइड से, ऐसा नहीं एंड्राइड एक ख़राब ऑपरेटिंग सिस्टम है एंड्राइड ये बहुत अच्छा ऑपरेटिंग सिस्टम है | लेकिन iPhone ज्यादा सिक्योर है एंड्राइड से क्यों है इसके बारे में हम आज बात करेंगे|
तो सबसे पहले बात करेंगे iPhone सबसे ज्यादा सिक्योर क्यों है ?तो पहले देखते है एंड्राइड क्या है कैसे काम करता है | एंड्राइड में जो appstore होता है google playstore होता है | वहाँ पर बहुत सारी एप्लीकेशन है |और कोई भी एक developer अकाउंट 5000 -6000 रुपये देखकर वहाँ पर अकाउंट बना सकता है|और एप्लीकेशन को publish कर सकता है अगर उसके guideline के खिलाप नहीं जाते तो अब जैसे कि आप जानते हो हर वेबसाइट की guideline होती है आप उल्टी - सीदी चीज़े नहीं डाल सकते जैसे पोर्नग्राफी ,वायलेंस ये सब ज्यादातर में allow नहीं होता क्योकि ये सब human के लिए अच्छी नहीं है | अगर आप कोई एक normal एक अच्छी app बनाते हो प्रोडक्टिव काम करते हो तो आप उसे बिल्कुल publish कर सकते हो google playstore पर ,तो तरह -तरह की एप्लीकेशन देखती है गूगल प्लेस्टोरे पर और entry barrier बहुत ही कम है | मतलब एक एंड्राइड डेवलपर बनने के लिए जो बैरियर एंट्री का वो कम है| एंड्राइड डेवलपर बनना काफी easy है इन comparison iphone ,ios के लिए एप्लीकेशन बनना | तो इसका ये मतलब बनता है वो एंड्राइड स्टूडियो tools है वो सारे फ्री में मिल जाते है | तो इसका मतलब ये एंड्राइड के लिए एप्लीकेशन बनाना बहुत ही आसान है | इसे एक ओर पॉसिब्लिटी आती है बहुत सारे डेवलपर है और बहुत सारी एप्लीकेशन है | जितनी ज्यादा एप्लीकेशन ,सॉफ्टवेयर किसी ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए बनते है malware ,spyware ,वायरस,ट्रोजन ,worm इन सबकी भी पॉसिबिलिटी बढ़ जाती है इनकी quantity बढ़ जाती है | क्योकि ज्यादा सॉफ्टवेयर बन रहे है डेवलपर बहुत ज्यादा है तो कुछ डेवलपर अच्छे होते है तो कुछ लोग अपना सैतानी दिमाग चलाते है |में आपको बता दूँ दुनिया भर में जितने भी वायरस होते है 70% तक
organised जो क्रिमिनल होते है उनके लिए काम करते है |
मतलब जो organised क्रिमिनल organisation होती वो instantly ऐसे वायरस को बनाती है जैसे malware ,spyware,ransomware को बनाती है| ताकि लोगों के डेटा को चुराया जा सके | उनकी पर्सनल इनफार्मेशन को चुराया जा सके | और ऐसे module बनाने के बाद ransomware demade बोलते है न इन वायरस का उसे लोगो के डेटा चुराने में उसे करते है | और उस डेटा को बेचा भी जाता है | तो फिर एंड्राइड एप्लीकेशन बहुत सारी है और डेवलपर भी बहुत है डेवलपर बहुत सारे मतलब यहाँ पर बुरे डेवलपर ज्यादा बन रहे है | ज्यादा डेवलपर मतलब खुरापाती लोग भी ज्यादा है| और एप्लीकेशन में कितनी फ़िल्टरिंग है नहीं फिर भी लेकिन कितनी ज्यादा नहीं है | मैंने देखा है ऐसी भी एप्लीकेशन है जैसे सुहागरात तरीके ऐसी उलटी सीदी एप्लीकेशन देखने को मिलती है वो देखने को मिल जाती है |
अब इसलिए एंड्राइड में ज्यादा वायरस है | और इसमें अपडेट होते है वो fequent है |
अब बात कर लेते है iPhone कि iphone में एप्लीकेशन बनाना इतना आसान नहीं है वहाँ पर एंट्री बैरियर बहुत बहुत बड़ा है | इसमें आप जल्दी से एंट्री नहीं सकते यहाँ पर जो एप्लीकेशन होती वो बहुत ही स्ट्रीक फ़िल्टरिंग होती है | यहाँ पर हर एक ऍप्लिकाशन को हर बारिकी से चेक किया जाता है | क्युकी उनका ऑपरेटिंग सिस्टम भी खुद का होता है और डिवाइस भी खुद के होते है | तो पूरी जुम्मेदारी उनकी बन जाती है | जब की देखा जाये एंड्राइड में ऑपरेटिंग सिस्टम होगा गूगल का लेकिन हैंडसेट किसी का भी हो सकता है sumsung ,micromax ,
appo ,vivo हो सकता है | अलग -अलग variety देखने को मिलती है एंड्राइड में | एंड्राइड को देखा जाये तो बहुत flexible है इसको बहुत ज्यादा customized किया जा सकता है |बल्कि iphone में आपको जे सब नहीं मिलता जेलब्रेक ,अनलॉक कर सकते हो फिर कितनी ज्यादा पॉसिबिलिटी नहीं है |
तो iphone में बहुत ज्यादा फ़िल्टरिंग है | और इसके इतने ज्यादा डेवलपर भी नहीं है| एप्लीकेशन भी इतनी ज्यादा available नहीं है | वहाँ जो एप्लीकेशन मिलती है वो trusted source और बड़ी -बड़ी कंपनी से मिलती है हलाकि ऐसा नहीं की छोटे-छोटे डेवलपर भी है भैया जिन डेवलपर का इंटरेस्ट है वो तो ios एप्लीकेशन बनाने का वो तो बनाएँगे |इसलिए iphone इंडिया में खरीदने वाले कम है और बहुत देशो में तो बहुत ज्यादा है | लेकिन कुल मिला कर देखा जाये तो एंड्राइड ज्यादा बेचता है | ज्यादा डेवलपर मतलब ज्यादा वायरस |
विंडोज जहाँ एप्लीकेशन बहुत कम है वहाँ वायरस भी कम है | आपने विंडोज फ़ोन नाम तो सुना ही होगा | दोस्तों विंडोज डेवलपर बहुत कम है तो उसमे वायरस भी नहीं कम है | तो कुल मिला बात यह है कि जितने ज्यादा डेवलपर उतने एप्लीकेशन और उतने ज्यादा वायरस जैसे एंड्राइड |
जितने कम डेवलपर उतने कम एप्लीकेशन उतने कम वायरस जैसे iphone | इसलिए iphone ज्यादा secure है |
अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगे तो शेयर और कमेंट करना न भूले |
धन्यबाद
तो सबसे पहले बात करेंगे iPhone सबसे ज्यादा सिक्योर क्यों है ?तो पहले देखते है एंड्राइड क्या है कैसे काम करता है | एंड्राइड में जो appstore होता है google playstore होता है | वहाँ पर बहुत सारी एप्लीकेशन है |और कोई भी एक developer अकाउंट 5000 -6000 रुपये देखकर वहाँ पर अकाउंट बना सकता है|और एप्लीकेशन को publish कर सकता है अगर उसके guideline के खिलाप नहीं जाते तो अब जैसे कि आप जानते हो हर वेबसाइट की guideline होती है आप उल्टी - सीदी चीज़े नहीं डाल सकते जैसे पोर्नग्राफी ,वायलेंस ये सब ज्यादातर में allow नहीं होता क्योकि ये सब human के लिए अच्छी नहीं है | अगर आप कोई एक normal एक अच्छी app बनाते हो प्रोडक्टिव काम करते हो तो आप उसे बिल्कुल publish कर सकते हो google playstore पर ,तो तरह -तरह की एप्लीकेशन देखती है गूगल प्लेस्टोरे पर और entry barrier बहुत ही कम है | मतलब एक एंड्राइड डेवलपर बनने के लिए जो बैरियर एंट्री का वो कम है| एंड्राइड डेवलपर बनना काफी easy है इन comparison iphone ,ios के लिए एप्लीकेशन बनना | तो इसका ये मतलब बनता है वो एंड्राइड स्टूडियो tools है वो सारे फ्री में मिल जाते है | तो इसका मतलब ये एंड्राइड के लिए एप्लीकेशन बनाना बहुत ही आसान है | इसे एक ओर पॉसिब्लिटी आती है बहुत सारे डेवलपर है और बहुत सारी एप्लीकेशन है | जितनी ज्यादा एप्लीकेशन ,सॉफ्टवेयर किसी ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए बनते है malware ,spyware ,वायरस,ट्रोजन ,worm इन सबकी भी पॉसिबिलिटी बढ़ जाती है इनकी quantity बढ़ जाती है | क्योकि ज्यादा सॉफ्टवेयर बन रहे है डेवलपर बहुत ज्यादा है तो कुछ डेवलपर अच्छे होते है तो कुछ लोग अपना सैतानी दिमाग चलाते है |में आपको बता दूँ दुनिया भर में जितने भी वायरस होते है 70% तक
organised जो क्रिमिनल होते है उनके लिए काम करते है |
मतलब जो organised क्रिमिनल organisation होती वो instantly ऐसे वायरस को बनाती है जैसे malware ,spyware,ransomware को बनाती है| ताकि लोगों के डेटा को चुराया जा सके | उनकी पर्सनल इनफार्मेशन को चुराया जा सके | और ऐसे module बनाने के बाद ransomware demade बोलते है न इन वायरस का उसे लोगो के डेटा चुराने में उसे करते है | और उस डेटा को बेचा भी जाता है | तो फिर एंड्राइड एप्लीकेशन बहुत सारी है और डेवलपर भी बहुत है डेवलपर बहुत सारे मतलब यहाँ पर बुरे डेवलपर ज्यादा बन रहे है | ज्यादा डेवलपर मतलब खुरापाती लोग भी ज्यादा है| और एप्लीकेशन में कितनी फ़िल्टरिंग है नहीं फिर भी लेकिन कितनी ज्यादा नहीं है | मैंने देखा है ऐसी भी एप्लीकेशन है जैसे सुहागरात तरीके ऐसी उलटी सीदी एप्लीकेशन देखने को मिलती है वो देखने को मिल जाती है |
अब इसलिए एंड्राइड में ज्यादा वायरस है | और इसमें अपडेट होते है वो fequent है |
अब बात कर लेते है iPhone कि iphone में एप्लीकेशन बनाना इतना आसान नहीं है वहाँ पर एंट्री बैरियर बहुत बहुत बड़ा है | इसमें आप जल्दी से एंट्री नहीं सकते यहाँ पर जो एप्लीकेशन होती वो बहुत ही स्ट्रीक फ़िल्टरिंग होती है | यहाँ पर हर एक ऍप्लिकाशन को हर बारिकी से चेक किया जाता है | क्युकी उनका ऑपरेटिंग सिस्टम भी खुद का होता है और डिवाइस भी खुद के होते है | तो पूरी जुम्मेदारी उनकी बन जाती है | जब की देखा जाये एंड्राइड में ऑपरेटिंग सिस्टम होगा गूगल का लेकिन हैंडसेट किसी का भी हो सकता है sumsung ,micromax ,
appo ,vivo हो सकता है | अलग -अलग variety देखने को मिलती है एंड्राइड में | एंड्राइड को देखा जाये तो बहुत flexible है इसको बहुत ज्यादा customized किया जा सकता है |बल्कि iphone में आपको जे सब नहीं मिलता जेलब्रेक ,अनलॉक कर सकते हो फिर कितनी ज्यादा पॉसिबिलिटी नहीं है |
तो iphone में बहुत ज्यादा फ़िल्टरिंग है | और इसके इतने ज्यादा डेवलपर भी नहीं है| एप्लीकेशन भी इतनी ज्यादा available नहीं है | वहाँ जो एप्लीकेशन मिलती है वो trusted source और बड़ी -बड़ी कंपनी से मिलती है हलाकि ऐसा नहीं की छोटे-छोटे डेवलपर भी है भैया जिन डेवलपर का इंटरेस्ट है वो तो ios एप्लीकेशन बनाने का वो तो बनाएँगे |इसलिए iphone इंडिया में खरीदने वाले कम है और बहुत देशो में तो बहुत ज्यादा है | लेकिन कुल मिला कर देखा जाये तो एंड्राइड ज्यादा बेचता है | ज्यादा डेवलपर मतलब ज्यादा वायरस |
विंडोज जहाँ एप्लीकेशन बहुत कम है वहाँ वायरस भी कम है | आपने विंडोज फ़ोन नाम तो सुना ही होगा | दोस्तों विंडोज डेवलपर बहुत कम है तो उसमे वायरस भी नहीं कम है | तो कुल मिला बात यह है कि जितने ज्यादा डेवलपर उतने एप्लीकेशन और उतने ज्यादा वायरस जैसे एंड्राइड |
जितने कम डेवलपर उतने कम एप्लीकेशन उतने कम वायरस जैसे iphone | इसलिए iphone ज्यादा secure है |
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